सिकन्दरपुर,बलिया। तहसील सिकंदरपुर अन्तर्गत प्रतिष्ठित एम एच एम मेमोरियल स्कूल, पन्द्ह के सभागार में सोमवार को सन्त समागम एवं प्रवचन का कार्यक्रम स्कूल के प्रबन्धक चन्द्रजीत प्रजापति के संयोजन में आयोजित किया गया।जिस में आधा दर्जन से ज्यादा साधु सन्तों ने भाग ले कर प्रतिभाग कर रहे धर्म प्रेमियों को जीने की कला की सीख के साथ ही धर्म के मूल तत्व को रेखांकित किया।साथ ही अनेक सामाजिक व धार्मिक मुद्दों के बारे में खुल कर विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री दुर्गेश राय (प्रवक्ता सरिता महाविद्यालय एवं योग शिक्षक आर्ट ऑफ लिविंग शाखा बलिया) ने कहा कि मलिन मन भला कहीं चैन पा सकता है। वह अभागा यह भी नहीं जानता कि मानसिक स्वच्छता की भी कोई स्थिति इस संसार में होती है। और उसे प्राप्त करने वाला असीम सुख शांति का अनुभव कर सकता है।यह मानसिक स्वच्छता योग ,ध्यान ,सेवा ,साधना एवं सत्संग से ही संभव है।हमारा नित्य योग, व्यायाम, प्राणायाम, साधना के साथ माता-पिता की सेवा तथा अच्छे लोगों के साथ उठना बैठना सत्संग है। आज पूज्य संत गणों का सानिध्य पाकर हम सभी अपने भाग्य पर आह्लादित हो रहे हैं।अपने उद्बोधन में 108 श्री अनिल दास जी महाराज ने कहा कि यह जीवन अनेक जन्मों के पुण्यों का प्रतिफल है जो हमें प्राप्त हुआ है ।इसे यूं ही बर्बाद मत करना और अपने माता-पिता एवं अध्यापक अध्यापिका गणों को अपना आदर्श मानते हुए प्रेरित सन्मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ते रहना,यह बाल जीवन प्रभु का दूसरा रूप है। कल परिस्थितियों के प्रभाव से इसमें कूड़ा कचरा भरने लगता है जिस से बचने के लिए सत्संग, सेवा, साधना अपने जीवन में बनाए रखना। कार्यक्रम सानिध्य को संबोधित करते हुए कहा कि पूज्य ईश्वर दास ब्रह्मचारी मौनी बाबा के तप ,साधना का प्रभाव आज पूरे भारतवर्ष में राजसूय महायज्ञ के रूप में दृष्टिगोचर हो रहा है ।जहां ख्याति प्राप्त महान आत्मा, साधु संत ,आचार्य ,धर्माचार्य, शंकराचार्य ,कथावाचक,वाचिका गणों का सानिध्य इस क्षेत्र व जिला ही नहीं अपितु ऐसे महान यज्ञ से पूरा भारतवर्ष ही स्नान कर रहा है।
एम एच एम स्कूल पंदह में संत समागम सम्पन्न सैकड़ों धर्मावलम्बियों ने लिया भाग
byVinod Kumar
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