सिकंदरपुर,बलिया (विनोद कुमार)।स्थानीय जल्पा स्थान पर बुधवार को माली समाज के तत्वावधान में भारत की सर्वप्रथम अध्यापिका माता सावित्रीबाई फुले की जयंती धूम-धाम से मनाई गई। जिसमे माली समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सर्वप्रथम सावित्रीबाई फुले के तैल चित्र पर समाज के लोगों ने माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।इस दौरान बुजुर्गों को मिठाई खिलाकर नए वर्ष की बधाई शुभकामनाएं दी गई एवं उनसे आशीर्वाद की कामना की गई। एवं सभी को मिठाई के साथ साथ गरम कंबल वितरित किए गए।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अवधेश माली तथा विशिष्ट अतिथि हरिंदर माली ने संयुक्त रूप से सावित्रीबाई फुले के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर अवधेश माली ने कहा की देश में जब तक गरीब, पिछड़े ,दलित और शोषित वर्ग के बच्चे शिक्षा से वंचित रहेंगे तब तक भारत विकसित देश नहीं बन सकता।उन्होंने सावित्रीबाई फुले को भारतीय समाज का गौरव बताया।इस मौके पर विशिष्ट अतिथि हरिंदर माली ने कहा कि सावित्रीबाई फुले हमारे भारत देश की प्रथम शिक्षिका हैं। जिन्होंने नारी शिक्षा पर विशेष जोर दिया है।सावित्रीबाई फुले को समाज सेविका, नारी मुक्ति आंदोलन में हिस्सा लेने वाली और देश की पहली अध्यापिका के रूप में जाना जाता है।इस कार्यक्रम के अध्यक्षता जितेंद्र माली और नीरज माली ने किया जबकि संचालन राजू माली और गप्पू ने किया। इस मौके पर राम लखन माली, सहदेव, राजकुमार, जोगिंदर, सुनील, रवि, अरविंद, पंकज, नागा ,गुड्डू, सन्तोष ,राजू, अशोक, अरविंद आदि समस्त माली परिवार मौजूद रहे।