सिकंदरपुर,बलिया (विनोद कुमार) इस्लाम धर्म के बानी हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन बारावफात जलसा, जुलूस व अन्य आयोजनों के साथ हर्षोल्लासपूर्ण वातावरण में मनाया गया। इस मौके पर मुस्लिम बन्धुओं ने अपने घर पर सुबह फातिहा कराया। मस्जिदों और मदरसों में मिलाद शरीफ के आयोजन के साथ तबर्रुक तकसीम किया। आतिशबाजी व गुंजा छोड़कर जश्न मनाया व शाम को वे अपने मकानों व मस्जिदों पर चेरांगा किया। साथ ही जश्ने ईदमिलादुन्नबी के तहत नगर में जुलूस निकाला गया,
जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। मोहल्ला डोमनपुरा स्थित मदरसा दारुलओलूम सरकारे आशी के प्रांगण से सुबह 10 बजे निकला जुलूस नगर के परंपरागत मार्गो से गुजरते हुए दोपहर में मुड़ियापुर स्थित दाता साहब के मजार प्रांगण में पहुंचकर जलसा के रूप में परिवर्तित हो गया। जुलूस के भ्रमण के दौरान उसमें शामिल युवा मोहम्मद साहब की शान में नातिया कलाम पढ़ते व तरह तरह के मजहबी नारे लगाते चल रहे थे। दादा साहब के मजार प्रांगण में जलसा से खेताब करते हुए ओलेमा ने हजरत मोहम्मद साहब के व्यक्तित्व कृतित्व के बारे में चर्चा किया साथ ही लोगों को इस्लाम के वसूलों पर चलने की नसीहत दिया।इस मोकद्दस मौके पर जहां जुलूस में शामिल लोगों में जगह-जगह तबर्रुक बांटा गया वही गंधी, भीखपूरा, मिल्की, डोमनपुरा, चांदनी चौक, बढ्ढा आदि मोहल्लों में नौजवानों द्वारा की गई सजावट आकर्षण का केंद्र बनी रही।
